कोरोनाको हराने के लिए स्फूर्ति दायक गीत


                     कोरोनाको  हराने के लिए स्फूर्ति दायक गीत 

Image source:https://www.wallpaperflare.com/

कोरोना कोरोना, बस हर रोज  यही शोर सुनाई दे रहा है,हर रोज सुबह, दोपहर, शाम, टीवी, गांव में , शहर में इन सभी जगह  चर्चाओं ने कोरोना ने सभी के जीवन को परेशान कर दिया है। कुछ देशों ने तो आपातकाल भी घोषित कर दिया है। वे सभी को प्रभावित करते हैं, अपने देश में भी lockdown किया है | | ये सभी सब कुछ प्रभावित कर रहे हैं, वित्तीय नुकसान पर भी बहुत सारे परिणाम हैं। कई देश टीका उत्पादन पर अपना प्रयास कर रहे हैं, लेकिन हमारी सुरक्षा सावधानियों के कारण आज कोई भी सफल नहीं हुआ है। निम्न गीत या कविता यह प्रेरणा दिखाने का प्रयास करती है | यह गीत "दो आँखे बारा हाथ " सिनेमाके गीत से परिवर्तित किया है |


ऐ  कोरोना   तेरे बंदे हम, कैसे है  हमारे करम

ना हम घरसे निकले, और बदी  से टले
ऐ कॉरनॉ   तेरे फिलहाल बंदे हम
बड़ा कमज़ोर है आदमी, अभी लाखों हैं इसमें कमी
पर तू जो खड़ा, है भयानक बड़ा
तेरी किरपा से धरती थमी

ना हम घरसे निकले, और बदी  से टले
ऐ कॉरनॉ   तेरे फिलहाल बंदे हम
ये अंधेरा घना छा रहा, तुझे इन्सान घबरा रहा
हो रहा बेख़बर, कुछ ना आता नज़र
जिंदगी का सूरज छुपा जा रहा
ना हम घरसे निकले, और बदी  से टले
ऐ कॉरनॉ   तेरे फिलहाल बंदे हम

किन्तु  हमारी शक्ति में जो दम
तो अमावस को कर देंगे पूनम
हम घरसे भी  निकलेँगे, और तुजसे से टलेंगे
ताकी हसते हुये निकले दम
ऐ कोरोना तेरे फिलहाल बंदे हम
तुम्हारी जुल्मो का हो सामना
तब हम ही हमें थामना
तू बुराई करे, हम भलाई भरे
किन्तु लड़ने की है कामना
बढ़ उठे प्यार का हर कदम
और मीटे बैर का ये भरम
हम घरसे भी  निकलेँगे, और तुजसे से टलेंगे
ताकी हसते हुये निकले दम
ऐ कोरोना तेरे फिलहाल बंदे हम

Post a Comment

0 Comments